एक रोज़ एफ्रोडायटी ने एरीस के प्रेम में, दलदल की हद तक डूबे हुए होकर भी, उसके प्रणय निवेदन को अस्वीकार कर दिया था। उसने मन्द मुस्काते हुए अपने रास्ते बदलते हुए एरीस से उस रोज़ यह भी कहा था- "एरीस.! अफ्रोडायटी ब्याह भले ही न करे, एक दिन माँ ज़रूर बनेगी।"
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